लेखनी कहानी -14-Nov-2022# यादों के झरोखों से # मेरी यादों की सखी डायरी के साथ
हैलो सखी।
कैसी हो सखी।आज मै 24 मार्च 2022का जिक्र कर रही हूं।
उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रही थी अब पूछोगी नही क्यों? भई उस दिन हमारे लाडले छोटे बेटे का परीक्षा परिणाम घोषित होना था।सच मे उससे ज्यादा मै एक्साइटेड थी। क्या पता कितने नंबर लाये गा क्यों कि पूरा साल कभी आनलाइन कभी आफलाइन क्लासेस चल रही थी बच्चों का तारतम्य बिगड़ा हुआ था।पर शुक्र है कि अच्छे नंबर से पास हो गया जितना शरारती है उतना एग्जाम के दौरान मेहनत कर लेता है। मुझे याद है जब मेरा परीक्षा परिणाम घोषित होना होता था तो चार दिन पहले मै मेरी मम्मी का दिमाग खाने लगती थी।उठते भी ,बैठते भी बस यही रट ।"मम्मी मेरे नंबर अच्छे आयेगे क्या।" मेरी मम्मी अकसर यही कहते थें रिजल्ट इसका थोड़े ही आता है हमारा आता है ।मेरे अंदर शुरू से एक बात रही है मै जब एग्जाम हाल से बाहर निकलती थी तो मुझे पता चल जाता था कि मेरे कितने नंबर आयेगे। मुझे याद है जब 10+1मे मेरा रिजल्ट घोषित होने वाला था तो सब से पहले मेरी बड़ी बहन को पता लगा था कालेज से कि मैने कालेज टाप किया है वो और पापा घर आये तो मेरे पापा बाहर से ही आवाज लगाते आये ।मीनू फेल बटा फेल ।मै मम्मी कै आंचल मे छिपकर रोते जाऊं और ये कहती जाऊं कि मै फेल नही हो सकती।मै फेल तो नही हो सकती।जब पापा ने मम्मी को बताया कि लड़की ने कालेज टाप करके मेरा नाम रोशन कर दिया तो मेरी और मम्मी का खुशी का पारावार नही था। मुझे ये तो पता था कि मेरे पेपर अच्छे गये है पर इतने अच्छे ये पता नही था ।आज भी वो बात याद आ जाती है जब किसी का परीक्षा परिणाम घोषित होता है अब चलती हूं अलविदा।
Gunjan Kamal
05-Dec-2022 08:10 PM
शानदार
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Pratikhya Priyadarshini
30-Nov-2022 11:25 PM
शानदार 👌🌺💐
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Vedshree
30-Nov-2022 08:42 PM
Very nice
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